वे आजा
च्छूप गया सज्जना देश बदल के
ऐसा मुझसे डोर हुआ
खुद ही खुद से मैं पुच्छ रहा हूँ
ऐसा क्या मुझसे कसूर हुआ
फिर से तू आजा आया था जैसे
फिर से रुला जा रुलाया था जैसे
फिर से तू आजा आया था जैसे
आजा वे आजा माही आजा
आजा तैनू अखियाँ उड़ीक दियाँ
सज्जना वे तैनू अखियाँ उड़ीक दियाँ
हानियाँ तैनू अखियाँ उड़ीक दियाँ
महार्मा वे तैनू अखियाँ उड़ीक दियाँ
हो अखियाँ उड़ीक दियाँ दिल वाजा मार्दा
अखियाँ उड़ीक दियाँ दिल वाजा मार्दा
आजा परदेसीया, आजा परदेसीया
आजा परदेसीया वास्ता ही प्यार दा
आजा तैनू अखियाँ उड़ीक दियाँ
महार्मा वे तैनू अखियाँ उड़ीक दियाँ
आजा